मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को पांच विशिष्ट संतों को राज्यमंत्री का दर्जा दे दिया है। इनमें नर्मदानंद महाराज, हरिहरानंद महाराज, कम्प्यूटर बाबा, भय्यू महाराज एवं पंडित योगेंद्र महंत शामिल हैं। इस बात की पुष्टि सरकार ने 'आदेश पत्र' जारी कर की है।
वहीं कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने इसे स्वांग बताया है। उन्होने कहा यह चुनावी रणनीति में साधु-संतों को लुभाने की कोशिश है।
बता दें कि 31 मार्च को एक आदेश प्रत्र जारी किया गया था जिसके तहत मध्य प्रदेश के चिह्न?ित क्षेत्रों में, खासकर नर्मदा किनारे के इलाकों में पेड़ लगाने, जल संरक्षण और स्वच्छता के मुद्दों पर जागरूकता अभियान चलाने के लिए स्पेशल कमेटी का गठन किया गया है।
बता दें, ऐसा पहली बार नहीं है जब किसी राज्य सरकार की तरफ से संत को मंत्री का दर्जा देने का ऐलान किया गया हो. साल 2015 में हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर की सरकार ने योगगुरु बाबा रामदेव को राज्यमंत्री बनाने का ऐलान किया था। हालांकि, रामदेव ने हरियाणा सरकार की ओर से कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिए जाने की पेशकश को अस्वीकार कर दिया था। इसके साथ ही बाबा रामदेव ने कहा था वे बाबा है और बाबा ही रहना चाहते है।