हमारे देश को अंग्रेजों की गुलामी से आज़दी दिलाने के लिए कई वीर शहीदों, क्रांतिकारियों और देशभक्त नेताओं ने ऐसे नारे लिखे हैं जो आज भी युवाओं में देशभक्ति की भावना को जगाते है। ऐसे ही कुछ ?नारे? हैं जिन्हें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने आवाज दी और अपने जीवन को सिर्फ इसलिए कुर्बान कर दिया ताकी हर भारतीय एक स्वतंत्र राष्ट्र में सांस ले सकें। ऐसे ही कुछ नारे आज हम आपके समझ ले कर आए है.....
१). भारत की फिजिओ मे याद रहुंगा, आजाद था, आजाद रहुंगा - चंद्र शेखर आजाद
२). दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे, आजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे - चंद्र शेखर आजाद
३). तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा? - नेताजी सुभाष चंद्र बोस
४). आराम हराम है - जवाहरलाल नेहरू
५). इंकलाब जिंदाबाद - भगत सिंह
६).जय जवान, जय किसान - लाल बहादुर शास्त्री
७). स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है, और मैं इसे लेकर रहूंगा - बाल गंगाधर तिलक द्वारा अंगीकृत
८). जिंदगी तो अपने दम पर ही जी जाती है... दूसरो के कँधो पर तो सिर्फ जनाजे उठाये जाते है?. - भगत सिंह
९).सरफरोशी की तमन्ना, अब हमारे दिल में है - रामप्रसाद बिस्मिल
१०).सत्यमेव जयते - पंडित मदनमोहन मालवीय द्वारा चर्चित
११).वंदे मातरम- बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय
१२). जय हिंद - नेताजी सुभाष चंद्र बोस
१३).जीवन लंबा होने के बजाय महान होना चाहिए - डा बाबा साहेब आंबेडकर
१४).मेरे शरीर पर पडी एक -एक चोट ब्रिटिश साम्राज्य के ताबूत की कील बनेगी - लाला लाजपत राय
१५).नेता वह है जिसका नेटट्रीटव प्रभावशाली हो , जो अपने अनुयायियो से सदैव आगे रहता हो ,जो साहसी हो और निर्भीक हो - लाला लाजपत राय
१६).कष्ट ही तो वह चाक शक्ति है ,जो मनुष्य को कसौटी पर परखती है और उसे आगे ले जाती है - वीर सावरकर
१७).बदला लेने की भावना मनुष्य को जलाती रहती है,संयम ही प्रतिरोध को काबू करने का एक मात्र उपाय है - छत्रपति शिवाजी महाराज
१८).अज्ञानता बदलाव से हमेशा डरती है - जवाहरलाल नेहरू
१९).अपने देश की आजादी की रक्षा करना केवल सैनिको का काम नही है ,बल्की ये पूरे देश का काम है - लालबहादुर शास्त्री