कर्नाटक में सियासी उठा-पटक के बीच अब पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल सेक्युलर (JDS) चीफ एचडी देवगौड़ा ने संकेत दिए हैं कि कर्नाटक में कभी भी मध्यावधि चुनाव हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भले ही कर्नाटक में जेडीएस के साथ गठबंधन कर रही है लेकिन उसका बर्ताव सरकार के प्रति ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि यह सरकार कब तक टिकेगी मैं कुछ कह नहीं सकता।
उन्होंने आगे कहा कि उनकी तरफ से कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कैबिनेट में अपनी एक जगह भी कांग्रेस को दे दी। कांग्रेस ने जो कहा, सब कुछ जदएस ने किया। देवगौड़ा की यह टिप्पणी सत्ताधारी गठबंधन के नेताओं द्वारा राज्य में लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद सार्वजनिक रूप से बार-बार मतभेद उजागर करने की पृष्ठभूमि में आयी है। देवगौड़ा के इस बयान के बाद प्रदेश की राजनीति में हलचल और तेज हो गई है।
देवगौड़ा ने कहा कि मैंने कभी नहीं कहा था कि कांग्रेस के साथ गठबंधन हो। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भले ही यह कहें कि वे पांच साल तक समर्थन देगी लेगी ऐसा लगता नहीं है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद लगता है कि कांग्रेस ने अपनी ताकत खो दी है और उसके नेता लगातार कर्नाटक सरकार के काम में बाधा पैदा कर रहे हैं।
दोनों पार्टियां इस लोकसभा चुनाव में राज्य की कुल २८ सीटों में से मात्र एक-एक सीट ही जीत पायी थीं जबकि भाजपा ने २५ सीटों पर जीत दर्ज की। उल्लेखनीय है कि दो निर्दलीय विधायकों को हाल में मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी नीत कैबिनेट में शामिल किया गया है जिसका परोक्ष तौर पर लक्ष्य १३ महीने पुराने गठबंधन को मजबूती प्रदान करना है।