बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए हैं। मायावती ने कहा कि भोपाल से भाजपा प्रत्याशी व मालेगांव ब्लास्ट आरोपी साध्वी प्रज्ञा का दावा है कि वे ?धर्मयुद्ध? लड़ रही हैं। यही है भाजपा /आरएसएस का असली चेहरा जो लगातार बेनकाब हो रहा है, लेकिन आयोग केवल नोटिस ही क्यों जारी कर रहा है। वह भाजपा रत्न प्रज्ञा का नामांकन क्यों नहीं रद्द कर रहा है?
मायावती ने ट्वीट कर लिखा कि मीडिया की जबर्दस्त आलोचनाओं के बावजूद चुनाव आयोग अगर जनसंतोष के मुताबिक निष्पक्षता से काम नहीं कर रहा है तो यह देश के लोकतंत्र के लिए बड़ी चिन्ता की बात है व इस गिरावट के लिए असली जिम्मेदार कोई और नहीं बल्कि बीजेपी व पीएम श्री मोदी हैं जो गंभीर चुनावी आरोपों से घिरे हैं।
गौरतलब है की साध्वी प्रज्ञा का नाम २९ सितंबर, २००८ को मालेगांव ब्लास्ट मामले में चर्चा में आया था। ब्लास्ट मस्जिद के बाहर एक मोटर साइकिल में हुआ था। जिसमें छह लोगों की मौत हुई थी और १०० घायल हुए थे।