मराठा आरक्षण आंदोलन एक बार फिर से उग्र हो गया है। इस आंदोलन की आग पुणे पहुंच चुकी है। सोमवार को मराठा क्रांति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने पुणे-नासिक राष्ट्रीय राजमार्ग पर हंगामा किया। स्थिति को देखते हुए इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। मराठा आरक्षण के नाम पर सोमवार को यहां बंद का आह्वान किया था।
गौरतलब है कि मराठा समुदाय नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहा है। राज्य की जनसंख्या में इनकी तकरीबन 30 फीसदी आबादी है। आरक्षण को लेकर हाल ही में एक व्यक्ति के आत्महत्या करने के बाद ये आंदोलन हिंसक हो गया था। जिसका समर्थन क्रांती मराठा मोर्चा ने किया था।
आरक्षण के नाम पर अबतक तीन लोगों ने आत्महत्या कर ली है। रविवार को एक व्यक्ति ने चलती ट्रेन के सामने खूद कर आत्महत्या कर ली। जिसके बाद आंदोलन एक बार फिर से सक्रिय और उग्र हो गया।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने इसका समर्थन करते हुए कहा है कि मराठा आरक्षण का मुद्दा विधानसभा के विशेष सत्र में उठाना चाहिए और उसके बाद इसे केंद्र सरकार के पास भेज देना चाहिए। बता दें कि मराठा आरक्षण के मुद्दे पर चर्चा के लिए महाराष्ट के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. इसमें सभी दलों के नेताओं ने मराठा आरक्षण के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की. इस मुद्दे पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने को लेकर भी चर्चा की गई।