जानिए आज मन की बात में पीएम नरेंद्र मोदी ने क्या नारा दिया और क्या शिकायतें सुनाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात में बहुत सारी बातों को शेयर किया, कई मुद्दों पर बात की। उन्होंने प्राकृतिक आपदा बाढ़, जीएसटी, अगस्त क्रांति और भारतीय महिला क्रिकेट टीम के वर्ल्ड कप २०१७ के बेहतरीन प्रदर्शन का जिक्र करते हुए उनकी तारीफ की। साथ ही में आज पीएम मोदी का नारा था-गरीबी भारत छोड़ो, भ्रष्टाचार भारत छोड़े, आतंकवाद भारत छोड़ो, जातिवाद भारत छोड़ो। इस तरह के नारे आज पीएम मोदी ने अपने मन की बात में लगाएं। पीएम मोदी ने रोजाना हो रही वर्षा को लेकर यह कहा कि कभी-कभी प्राकृतिक आपदाएं जिंदगी के लिए नुकसानदायक साबित हो जाती हैं। पीएम मोदी ने साथ में बाढ़ प्रभावित राज्य जैसे कि गुजरात, राजस्थान, पश्चिम बंगाल का जिक्र भी किया, और कहा कि सेना और एनडीआरएफ के जवान बाढ़ पीड़ित लोगों की सेवा और सुरक्षा में निरंतर लगे हुए है।
साथ ही में उन्होंने किसानों के लिए एक फायदे की बात कही है, उन्होंने कहा है कि बाढ़ से यानी की प्राकृतिक आपदाओं से जो किसानों को नुकसान होता है। उसके लिए हम इंश्योरेंस कंपनी से भी बात करेंगे। ताकि किसानो को जो भी नुकसान होता है उसका उन्हें थोड़ा कम कष्ट हो और वह अपनी जिंदगी का निर्वाह बिना किसी टेंशन के कर सके। साथ ही में उन्होंने भारतीय महिला क्रिकेट टीम वर्ल्ड कप २०१७ में भारतीय महिला के शानदार प्रदर्शन को लेकर यह कहा, कि हमारी भारतीय महिलाएं हमारे देश के नाम को रोशन करने के लिए जी जान लगा रही है। और हर मुमकिन कोशिश कर रही हैं। हम सबको इन की सराहना करनी चाहिए ताकि वह अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें।
पीएम (PM) नरेंद्र मोदी ने कहा, कि हमें इस बात से बिल्कुल भी इनकार नहीं करना चाहिए कि जितना पानी हमारे जिंदगी के लिए आवश्यक है। उतना ही उसके पास विनाश की भी ताकत है। पर्यावरण में जो भी बदलाव आ रहे हैं उसकी वजह से लोगों की जिंदगी में बहुत असर पड़ रहा है, और बहुत कुछ बदल रहा है। लोगों को प्राकृतिक आपदा का सामना पर्यावरण में आ रहे बदलाव से करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि लोग ऐसा नहीं सोचे कि सरकार कुछ नहीं देख रही है। बल्कि सरकार सब कुछ देख रही है, और मदद करने का पूरा प्रयास कर रही है। कुछ लोग ऐसे भी है जो सेवा के भाव से प्राकृतिक आपदा पीड़ित लोगों के लिए आगे आ रहे हैं। इस प्राकृतिक आपदा में किसानों का सबसे बड़ा नुकसान होता है। उनके फसलों का नुकसान सबसे ज्यादा होता है। बस इसी नुकसान का ख्याल रखते हुए सरकार ने इंश्योरेंस कंपनी से बात की है, और उन्हें एक्टिव करने की योजना बनाई है। ताकि अगर किसानों को इन मुसीबतों का सामना करना पड़ा तो उन्हें समय पर क्लेम मिल सके जिसे उनकी आधी मुश्किलें कम हो जाएंगी।
उसके बाद पीएम (PM) नरेंद्र मोदी ने जीएसटी के लागू हुए के बारे में बातकी जीएसटी का मतलब गुड्स एंड सर्विस टेक्स। नरेंद्र मोदी ने जीएसटी से संबंधित काफी सवाल पर जनता को जवाब दिया और उनके फोन भी जनता को सुनाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी से होने वाले फायदे के बारे में जनता को बताया। पीएम नरेंद्र मोदी ने साथ ही में कहा, अभी जीएसटी अगर देश में लागू हुआ है तो इसे व्यपार आसान हो जाएगा। इसलिए हम सबको मिलकर जीएसटी के नियमों का पालन करना चाहिए।
जीएसटी को लेकर लोगों में उत्साह
पीएम (PM) नरेंद्र मोदी ने जीएसटी से होने वाले फायदे के बारे में जनता को बताया, और साथ में ये भी बताया की लोगों में जीएसटी को लेकर बहुत उत्साह भी है। लोग काफी जिज्ञासु भी है, पीएम ने कहा कि गुडगांव से नीतू ने नरेंद्र मोदी से जीएसटी के लागू होने के फायदे के बारे मे पूछा है। पीएम (PM) नरेंद्र मोदी ने कहा की, जीएसटी को शुरू हुए करीबन 1 महीना हो गया है। इसे लोगों को बहुत फायदा हुआ है, काफी चीजें सस्ती हो गई हैं। उन्होंने बताया कि उनको उत्तर पूरब से काफी लोगों के मैसेज आए, और उन्होंने कहा है कि नरेंद्र मोदी जी ने जो जीएसटी लागू की है उसे उन्हें बहुत फायदा हो रहा है। क्योंकि इससे उन्हें काम कर लेना आसान हो गया है। सबसे ज्यादा असर इसका ट्रांसपोर्ट पर दिखाई दे रहा है। समान की आवाजाई अच्छी हो गई है। जैसे पहले लोगों को सामान इधर उधर ले जाने में बहुत मुश्किल होती थी और इसके लिए सबसे पहले बहूत से पेपर वर्क करना पड़ता था। पर जीएसटी लागू होने के बाद सामान जल्दी पहुंच रहा है पहले से बहुत सुविधाएं हो गई हैं।
नरेंद्र मोदी ने कहा अगर आप एक सकरात्मक नजरिया से देखेंगे, तो आपको पता चलेगा कि जीएसटी ने अर्थव्यवस्था पर सकरात्मक प्रभाव डाला है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को बहुत ही बड़ा सहारा मिला है। आगे जाकर यह यूनिवर्सिटी के लिए विषय बन जाएगा। क्योंकि किसी भी देश में जीएसटी को सफलतापूर्वक लागू करना बहुत बड़ी बात है, और उसे आगे तक ले जाना उसे भी बड़ी बात है। इन सब में जनता का बहुत बड़ा सहयोग है, और साथ में सभी राज्यों की भागीदारी भी है। यह अकेले मेरी नहीं, बल्कि सबके जिम्मेदारी है कि जीएसटी के नियमों का पालन अच्छे से करें ताकि हम एक सफल देश में रह सके।
जीएसटी से पहले जिन चीजों के दाम जो भी थे। एक मोबाइल पर उपलब्ध है। वन नेशन वन टैक्स पर तहसील तक के सभी अधिकारियों ने अपना पूरा योगदान दिया है। जिसके वजह से दुकानदार और ग्राहक दोनों का आपस में मेल मिलाप और विश्वास बढा है।
अगस्त 'क्रांति का महीना'
पीएम नरेंद्र मोदी ने क्रांति महीने के बारे में भी चर्चा करते हुए कहा, की अगस्त का महीना पूरा आजादी की क्रांति से डूबा हुआ है। इस महीने में ऐसी बहुत घटनाएं घटित थी जो आजादी से जुड़ी हुई है। इस साल भारत छोड़ो की 75वी वर्षगांठ हम मनाने जा रहे हैं। डॉ युसूफ मेहर अली ने भारत छोड़ो का नारा लगाया था। इतिहास के सभी पन्ने भारत की आजादी की याद दिलाते हैं।
नरेंद्र मोदी ने कहा, १९४७ से २०१७ हो गया है यानि कि ७० साल हो गए हैं। हर दिन, हर पल देश इसी कोशिश में जुड़ा है कि देश मे रोजगारी बढ़े, गरीबी हटे इसके लिए देश हर मुमकिन प्रयास करता आया है। नरेंद्र मोदी ने जनता से अपील की २०१७ के १५ अगस्त को संकल्प दिवस के रूप में हम इसे मनाएं। उन्होंने कहा कि आपको ज्यादा बड़े-बड़े संकल्प नहीं लेने हैं बल्कि बस छोटे छोटे से संकल्प लेकर संकल्प दिवस को मनाये। जैसे कि देश को सुधारने का संकल्प लें, गरीबी भारत छोड़ो ये संकल्प ले, जातिवाद भारत छोड़ो इस का संकल्प लें। भ्रष्टाचार भारत छोड़ो इसका संकल्प लें।
पीएम मोदी ने अपनी बात को जारी करते हुए यह भी कहा, कि अगर आप सफलता पाना चाहते हैं उसके लिए काम करना बहुत ही जल्दी है। अगर आप संकल्प लेंगे तो मैं आशा करता हूं कि आप उसे पूरा भी करेंगे। आप इस बात का संकल्प लें कि आप इस इंडिया को न्यू इंडिया के रूप में उभार कर बाहर लेकर आएंगे, और उसे पूरा करेंगे। जो भी नए आइडिया सरकार निकाल रही है उनका विरोध ना करके उनके ऊपर सकरात्मक विचार करें। एक अच्छे नागरिक की तरह अपना योगदान दें। नरेंद्र मोदी ने डिजिटल इंडिया को लेकर ये सलाह दी कि ऑनलाइन वाली दुनिया को उभर कर बाहर आना चाहिए। इसे भारत का निर्माण होता है।
नरेंद्र मोदी ने जनता की तारीफ करते हुए यह भी कहा, कि १५ अगस्त को लाल किले पर कोई भी व्यक्ति की आवाज नहीं आती है, बल्कि वो देश की आवाज आती है। मैं इंडिया को आगे लाने के लिए जनता का सुझाव मांगता हूं और उनके विचार मांगता हूं जिससे यह भारत और तरक्की कर सके।
पीएम (PM) नरेंद्र मोदी ने हंसते ये भी कहा, कि मुझे तीन बार से ये शिकायत मिल रही है कि मैं लंबे-लंबे भाषण देता हूं। परंतु मैं आज कोशिश करूंगा कि मेरा भाषण छोटा है आपके जल्दी समझ में आ जाए। उन्होंने कहा कि भारत में मनाये जाने वाला हर उत्सव सामाजिक सुधार का सबसे बेहतरीन अक्सर है। उन्होंने कहा कि आने वाले उत्सव जैसे कि रक्षाबंधन, जन्माष्टमी आदी। इन सब पर इस बात का संकल्प लें की आप गरीबों की मदद करेंगे। इससे हर एक दूसरा व्यक्ति एक दूसरे के साथ जुड़ेग
रात ८ बजे दोबारा सुन सकेंगें
जिन लोगों ने नरेंद्र मोदी का मन के बात का भाषण नहीं सुना। वो हिंदी प्रसारण के तुरंत बाद क्षेत्रीय भाषाओं में इसका प्रसारण आकाशवाणी के जरिए सुन सकते हैं। रात ०८:०० बजे आप मन की बात को क्षेत्र भाषा में दुबारा सुन सकते हैं।
तीन साल से जारी है पीएम मोदी की 'मन की बात'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात को रेडियो पर ३ अक्टूबर २०१४ को ब्रॉडकास्ट किया था। कम से कम 33 बार यह ब्रॉडकास्ट हो चुका है। जिसकी वजह से ऑल इंडिया रेडियो को २ साल में करीब १० करोड़ रुपए की कमाई हो चुकी है।