राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में हर साल गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन का जन्मदिन मनाया जाता है। श्रीनिवास रामानुजन के बारे में कहा जाता है कि वह एक सवाल को 100 से भी ज्यादा तरीकों से हल कर सकते थे। इन्होंने जीवनभर में गणित के 3,884 प्रमेयों का संकलन किया। इनमें से अधिकांश प्रमेय सही सिद्ध किये जा चुके हैं।
22 दिसम्बर 1887 को मद्रास के एक छोटे से गांव इरोड में श्रीनिवास रामानुजन का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था। रामानुजन के पिता एक साड़ी दुकान में 25 रुपये प्रतिमाह पर नौकरी करते थे और मां मंदिर में भजन गाती थी।
प्रख्यात गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की आज जयंती है इस मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज उन्हे श्रद्धांजलि दी है। शनिवार सुबह मुख्यमंत्री ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि श्रीनिवास रामानुजन जी की निपुणता पूरे विश्व में मशहूर है। उनके सम्मान में उनकी जयंती को राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में मनाया जाता है। मैं उन्हें नमन और श्रद्धांजलि दे रही हूं।
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रामानुजन के 125वी वर्ष गाठ के मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 26 दिसंबर 2011 को देश में योग्य गणितज्ञों की संख्या कम होने पर चिंता जताई थी। बता दें कि 22 दिसम्बर 2012 को पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने रामानुजन के जन्मदिन को राष्ट्रीय गणित वर्ष के तौर पर मनाने की घोषणा की थी। तब से उनके जन्म दिन को राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।