लोकसभा चुनाव 2019 में भारतीय नता पार्टी (भाजपा) का विजयी रथ रोकने के लिए विपक्ष एक हो गया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आगुआई में आज 20 राजनीतिक दलों के नेता भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ कोलकाता में साझी लड़ाई की घोषणा करेंगे।
रैली का आयोजन कर रही तृणमूल कांग्रेस ने कहा, "क्षेत्रीय राजनीतिक मजबूरियों को इस प्रस्तावित रैली से जुड़े बड़े राजनीतिक उद्देश्यों में नहीं मिलाना चाहिए." उन्होंने कहा कि बीजेपी ने इसे विपक्ष का डर कहा है. साल 1977 में ज्योति बसु ने कोलकाता के मंच से ही कांग्रेस के खिलाफ बिगुल फूंका था।
रैली में ये नेता हो रहे शामिल -
इस रैली में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शामिल होंगे। वहीं बसपा की ओर से भी पार्टी के वरिष्ठ नेता सतीश चंद्र मिश्रा के शिरकत करने की संभावना है। हालांकि इस रैली में बसपा सुप्रीमो मायावती के शामिल होने की सम्भावना कम है लेकिन आरएलडी के अजीत सिंह और जयंत चौधरी इस रैली में मौजूद रहेंगे। वहीं, रैली में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे।
इसके साथ ही इस रैली में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एवं जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं तेदेपा प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू शामिल होंगे। इस रैली में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला के भी शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है। कांग्रेस से खड़गे और पार्टी के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी रैली में भाग लेंगे।