पश्चिम बंगाल की मुख्?यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगी। उन्?होंने ट्वीट कर शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल होने को लेकर अपनी असमर्थता जताई। उन्होंने कहा कि राज्य में निजी दुश्मनी के चलते हुई हत्याओं पर राजनीति हो रही है। ममता ने ट्वीट के साथ एक पत्र साझा किया है।
इस पत्र में टीएमसी प्रमुख ममता ने भाजपा के सभी दावों को नकारा है। ममता ने कहा कि हिंसा के दौरान पश्चिम बंगाल में जो कार्यकर्ता मारे गए हैं वो किसी राजनीतिक कलह की वजह से नहीं मारे गए। उन सभी की हत्या के पीछे आपसी विवाद, दुश्मनी या अन्य विवाद थे। ममता ने इस पत्र में आगे कहा कि भाजपा इस तरह का प्रचार ना करे कि उसके ५४ कार्यकर्ताओं को राजनीतिक हिंसा के दौरान मारा गया। मेरे पास इस तरह की कोई जानकारी नहीं है। भाजपा द्वारा लगाए गए सारे आरोप झूठे हैं।
समारोह में शामिल नहीं होने के लिए ममता ने पीएम को सॉरी लिखते हुए कहा लोकतंत्र में ऐसे कार्यक्रम बेहद खास होते हैं, किसी भी पार्टी को इसका इस्?तेमाल अपना नंबर बढ़ाने के लिए नहीं करना चाहिए।
बता दें कि ३० मई को होने वाले पीएम मोदी के शपथ ग्रहण के लिए ममता बनर्जी को निमंत्रण भेजा गया था और उन्होंने इसमें शामिल होने के लिए अपनी सहमति भी दे दी थी। ममता ने आमंत्रण स्वीकर करते हुए कहा था कि मैंने अभी तक दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री से भी बात की है। वह राष्ट्रपति भवन में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने वाले हैं। ऐसे में मैं भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लूंगी।