दिल्ली: महात्मा गांधी की हत्या को लेकर चल रहीं जांच ने नया मोड़ लिया है। सुप्रीम कोर्ट की तरफ से नियुक्त एमिकस क्यूरी अमरेंद्र शरण ने रिपोर्ट दाखिल किया है। उन्होंने कहा है कि इस केस की दोबारा जांच की ज़रूरत नहीं है। इस रिपोर्ट में जिस बुलेट थ्योरी की बात होती है, उसके कोई सबूत नहीं मिले हैं। इसके साथ ही उन्होने कहा कि दो लोगों के फायरिंग करने और चार गोली चलने के दावों में कोई दम नहीं है। उन्हें दस्तावेजों की तहकीकात से गोडसे के अलावा किसी अन्य के शामिल होने के संदेह की गुंजाइश नजर नहीं आती है।
गौरतलब है कि इस हत्याकांड को लेकर दूबार जांच की मांग डॉ. पंकज फडणीस ने की थी। जिसके बाद अमरेंद्र शरण को एमिकस क्यूरी नियुक्त किया गाया था।
बापू की हत्या 30 जनवरी 1948 की शाम को दिल्ली स्थित बिड़ला भवन में गोली मारकर की गई थी। इस हत्याकांड को लेकर एक एनजीओ 'अभिनव भारत' के पंकज फड़णीस ने सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दायर की थी। इसमें दावा किया गया है कि बापू की हत्या एक रहस्यमय शख्स ने की है। उस शख्स ने 'चौथी गोली' चलाई थी।