महाराष्ट्र में दूध आंदोलन को लेकर दूध उत्पादक किसानों के प्रदर्शन के आगे आखिरकार सरकार को झुकना ही पड़ा। राज्य सरकार की ओर से दूध के लिए 25 रुपये प्रति लीटर कीमत की घोषणा के बाद दूध उत्पादकों ने अपनी चार दिवसीय हड़ताल रोक दी। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे स्वाभिमानी शेतकरी संघटना के नेता राजू शेट्टी ने गुरुवार को रात में इसकी घोषणा की।
बता दें कि दूध उत्पादक किसानों ने दूध की खरीद कीमत को बढ़ाए जाने की मांग को लेकर ये हड़ताल किया था। जिसे सरकार ने स्विकार कर लिया है। किसान दूध की खरीद कीमत की मांग पांच रुपए प्रति लीटर की वृद्धि की मांग को लेकर सोमवार से आंदोलन कर रहे थे।
दूध की बढ़ी हुई नई दर 21 जून से लागू हो जाएंगी। गौरतलब है कि मुंबई, पुणे, नागपुर, नासिक और अन्य प्रमुख शहरों के लिए जा रहे दूध के टैंकरों को राज्य के विभिन्न हिस्सों में रोक कर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। किसानों का कहना था कि दूध का मुल्य प्रति लीटर 35 रुपये है।
जबकि किसानों को केवल14 से 18 रुपये ही दिए जाते हैं और बाजार में यही गाय का दूध 42 रुपये और भैंस का दूध 50 रुपये प्रति लीटर बेचा जा रहा है। किसानों को एक लीटर पर दस रुपए तक का नुकसान हो रहा है। इस लिए उनकी मांग है कि सरकार किसानों को दूध का सही मूल्य दें।