नासिक से 180 किलोमीटर पैदल मार्च कर मुंबई पहुंचे किसानों ने अपना आंदोलन खत्म कर दिया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस से किसानों की वार्तालाप के बाद ज्यादातर मांगों को स्वीकार कर लिया गया है। मुख्?यमंत्री ने कहा, ?हमने उनकी (किसानों) अधिकतर मांगें मान ली हैं और उन्?हें लिखित पत्र दिया है।
किसानों की मांगे-
पिंक बोल कीड़े और ओलों से प्रभावित किसानों को महाराष्?ट्र सरकार मुआवजा देगी। 50 प्रतिशत अनाज नाफेड के माध्यम से खरीदा जाएगा। विदर्भ और मराठवाड़ा में कीड़े लगने से कपास और धान की फसलों को होने वाले नुकसान की भरपाई की राशि प्रदेश के सभी 1162 राजस्व मंडलों में वितरित की जाएगी।
किसानों से खरीदे जाने वाले दूध की कीमत गन्ने की तर्ज पर 70-30 के फार्मूले के अनुसार निश्चित की जाएगी. इसके लिए राज्य सरकार की तरफ से जल्द बैठक बुलाई जाएगी। किसानों ने दूध की खरीद मूल्य 40 रुपए प्रति लीटर करने की मांग की।
पुराने और फट चुके राशन कार्डों को छह महीने में बदला जाएगा। इसके साथ ही आवंटित अनाज लाभार्थी को नहीं मिलने से जुड़ी शिकायतों का निपटारा मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली समिति करेगी।
नासिक के सुरगाणा तहसील के 31 कोल्हापुर पद्धति के बांधों को नदी जोड़ो परियोजना में शामिल किया जाए। जैसे कई मांगों को सरकार ने स्वीकार किया।
बता दें कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस व किसानों के प्रतिनिधिमंडल के बीच 3 घंटे तक ये बैठक चली। जिसके बाद सरकार के लिखित आश्वासन के बाद आंदोलन को समाप्त कर दिया गया।