लोकसभा चुनाव की अटकले तेज होने के साथ साथ राजनीति में भी सरगर्मी तेज हो गई है। इस बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पत्नी डिंपल यादव को लोकसभा चुनाव के लिए खड़ा किया है। डिंपल कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ेंगी। हालांकि दो साल पहले अखिलेश यादव ने परिवारवाद का आरोप लगने पर इस बात का ऐलान किया था कि दिंपल २०१९ में होने वाले लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। लेकिन शुक्रवार को जब समाजवादी पार्टी की तरफ से लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की गई तो उसमें डिंपल यादव का नाम शामिल था। बता दें कि पहली सूची में अखिलेश यादव के पिता व समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव मैनपुरी से चुनाव लड़ेंगे। पहली सूची में परिवार के कई सदस्यों का मान शामिल है।
२०१८ में अखिलेश याद लोकसभा चुनाव की समिक्षा करते हुए कहा था कि कन्नौज से मैं लोकसभा चुनाव लडूंगा और मेरे पिता मुलायम सिंह यादव मैनपुरी से चुनावी मैदान में उतरेंगे। परिवारवाद के मुद्दे पर एसपी अध्यक्ष ने कहा था कि बीजेपी अपना परिवारवाद तो खत्म नहीं कर रही है तो मैंने तय किया है कि इस बार मैं चुनाव लड़ूंगा। मेरी पत्नी डिंपल चुनाव नहीं लड़ेंगी। बहरहाल अपने वायदों को दरकिनार करते हुए अखिलेश यादव ने यू टर्न ले लिया है जिसके बाद से एसपी पर चौतरफा हमले भी शुरू हो गए हैं।
यूपी बीजेपी के प्रवक्ता शलभमणि त्रिपाठी ने कहा, 'यह समाजवादी पार्टी नहीं बल्कि परिवारवाद पार्टी है। पहली लिस्ट में भी ५० प्रतिशत से ज्यादा टिकट परिवार के लोगों को दिए गए हैं। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता इस बात को समझ चुके हैं कि उनकी कोई जगह नहीं है यहां, जिसके कारण अखिलेश यादव को मायावती के साथ गठबंधन करने को मजबूर होना पड़ रहा है।