लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए मतदान ११ अप्रैल २०१९ यानी की गुरुवार को होगा। इसके लिए बुधवार सुबह से ही अलग-अलग राज्यों व जिलों के चुनाव कंट्रोल रूम से चुनाव पार्टियों को रवाना किया जाने लगा है। पोलिंग पार्टियों को उनकी ईवीएम मशीन और अन्य जरूरी दस्तावेजों व सामान के साथ चुनाव कंट्रोल रूम परिसर से ही बसों में बैठाकर रवाना किया जा रहा है। प्रत्येक बस में सुरक्षा बल के जवान भी मौजूद हैं। बसों के काफिलों के साथ अलग से भी सुरक्षा बलों और स्थानीय पुलिस का काफिला रवाना किया जा रहा है।
सबसे पहले दूर-दराज के इलाके की पोलिंग पार्टियों को रवाना किया जा रहा है। चुनाव ड्यूटी के दौरान मतदान कर्मियों और सुरक्षा बलों को क्या करना है और क्या नहीं, इसके लिए चुनाव आयोग की तरफ से उन्हें प्रशिक्षण पहले ही दिया जा चुका है साथ ही आयोग ने उन्हें छोटी सी बुकलेट भी प्रदान की है। चुनाव आयोग गुरुवार को होने वाले मतदान के लिए आज शाम तक सभी तैयारियां पूरी कर लेगा।
पहले चरण में ११ अप्रैल को आंध्र प्रदेश की २५, अरुणाचल प्रदेश की २, मेघालय की १, उत्तराखंड की ५, मिजोरम की १, नागालैंड की १, सिक्किम की १, लक्षद्वीप की १, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह की १ और तेलंगाना की १७, असम की ५, बिहार की ४, छत्तीसगढ़ की १, जम्मू-कश्मीर की २, महाराष्ट्र की ७, मणिपुर की १, ओडिशा की ४, त्रिपुरा की १, उत्तर प्रदेश की ८ और पश्चिम बंगाल की २ सीटों लोकसभा सीटों के लिए मतदान होगा। चुनाव आयोग की तरफ से लोकसभा चुनाव सात चरणों में कराए जा रहे है। जिसके नतीजे २३ मई को घोषित किए जाएंगे।