कश्मीर में आतंकियों का साथ छोड़कर सेना में शामिल हुए लांस नायक नजीर अहमद वानी को मरणोपरांत अशोक चक्र से नवाजा जाएगा। यह सम्मान गणतंत्र दिवस समारोह में उनके परिजनों को दिया जाएगा। लांस नायक नजीर वानी सेना की ३४ राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात थे। पिछले साल नवंबर में शोपियां में मुठभेड़ के दौरान नजीर शहीद ने ६ आतंकियों को मार गिराया था और खूद देश के लिए शहीद हो गए थे ।
लांस नायक नजीर वानी की बहादूरी को देखते हुए उन्हें दो बार सेना मेडल से नवाजा जा चुका है। साल २००७ में उन्हें पहला सेना मेडल दिया गया और २०१७ में दूसरी बार सेना मेडल से सम्मानित किया गया।
बता दें कि, सेना में शामिल होने से पहले वानी खुद आतंकी गतिविधियों में शामिल रहते थे। इन्होंने २००४ में आत्मसमर्पण किया और देश की सेवा करने के लिए सेना में शामिल हो गए। साल २००४ में नजीर वानी ने टेरिटोरियल आर्मी से सेना में अपनी सेवा देनी शुरू की थी।
भारत सरकार सैनिकों को उनकी वीरता के लिए शौर्य चक्र, कीर्ति चक्र और अशोक चक्र से सम्मानित करती है। इनमें अशोक चक्र सबसे बड़ा सम्मान है। इस साल कीर्ति चक्र के लिए चार जवानों और शौर्य चक्र के लिए १२ जवानों का चयन किया गया है।