जेट एयरवेज की 14 उड़ानें रविवार को रद्द करनी पड़ी जिसके पिछे कई महीनों से सैलरी नहीं दिए जाने की वजह बताई गई है। इसके साथ ही पायलट अपने बकाये का भुगतान नहीं होने पर असहयोगात्मक रवैया अपनाते हुए काम पर नहीं आए। इसके लिए जेट एयरवेज के पायलट व सीनियर मैनेजमेंट ने मेडिकल लीव का हवाला दिया है।
बता दें कि, घाटे में चल रही निजी विमानन एयरलाइन अगस्त से अपने वरिष्ठ प्रबंधन और पायलटों को पूरा वेतन नहीं दे पा रही है। एयरलाइन ने सितंबर में इन कर्मियों को आंशिक वेतन दिया था, जबकि अक्टूबर और नवंबर में भी पूरा वेतन नहीं दिया गया।
बहरहाल जेट एयरवेज ने अपने एक बयान में कहा है कि, कंपनी को उनके कर्मचारियों का पूरा सहयोग मिल रहा है। ' साथ ही कहा कि प्रबंधन लगातार पायलट और अन्य कर्मचारियों की टीमों से बातचीत कर रहे है, ताकि सैलरी सहित अन्य मुद्दों पर चल रहे विवादों को सुलझाया जा सके।