तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की ?बेटी? होने का दावा, बेंगलुरू में रहने वाली 37 साल की एक महिला ने किया है। इस सिलसिले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी जिसका फैसला आज सुप्रीम कोर्ट में सुनाया जा सकता है।
मिली जानकारी के मुताबिक जयललिता की बेटी होने का दावा करने वाली महिला का नाम अमृता है। उसने कोर्ट से दायर याचिका में अपिल की थी कि उसका डीएनए टेस्ट कराया जाए जिसके तहत सच्चाई सामने आ सके। बता दें कि 22 नवंबर को महिला ने कोर्ट में याचिका दायर की थी। पिछले साल दिसंबर में जयललिता के निधन के बाद उसे इसका पता चला।
हालांकि अमृता के मुताबिक, उसे भी इस बात का पता नहीं था कि वह जयलिलता की बेटी है लेकिन जयललिता की मौत के बाद उसका पालन पोषण करने वाली मां ने इसकी जानकारी उसे दी। गौरतलब है कि अमृता का पालन पोषण जयललिता की बड़ी बहन शैलजा ने किया है।
अमृता ने याचिका में चेन्नई के मरीना तट पर दफ़न किए गए जयललिता के शव की भी मांग की है. ताकि वैष्णव ब्राह्मण परिवार की परंपराओं के मुताबिक उनका अंतिम संस्कार किया जा सके. इससे पहले अमृता राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और सीबीआई को लिखे पत्र में भी यह दावा कर चुकी है।