जम्?मू-कश्?मीर में आतंकियों द्वारा गुरुवार को अगवा किए गए करीब 9 पुलिसकर्मियों के परिजनों को शुक्रवार रात छोड़ दिया गया है। आतंकियों ने पुलिसकर्मियों के परिवार को रिहा करने के साथ-साथ अगवा किये गये तीन पुलिस कर्मियों का वीडियो भी जारी किया है। इन वीडियो में ये तीन पुलिसकर्मी डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस यानी डीजीपी से आतंकियों के परिवार को परेशान न करने के लिए कहते दिख रहे हैं।
पुलिसकर्मियों के परिजनों को दक्षिण कश्मीर के अलग अलग स्थानों से अगवा किया गया था। घाटी में कुछ आतंकवादियों के परिवार के सदस्यों को सुरक्षाबलों द्वारा गिरफ्तार किये जाने की वजह से ही आतंकियों ने पुलिसकर्मियों और उनके परिजनों को अगवा किया था। इनमें एसएचओ नाजिर अहमद के भाई आरिफ, डीएसपी एजाज के भाई, अरवानी के पुलिसकर्मी का बेटा, पुलिसकर्मी रफीक अहमद राठर का बेटा, एएसआई बशीर अहमद का बेटा यासिर अहमद, पुलिसकर्मी मोहम्?मद मकबूल भट्ट के बेटे जुबैर अहमद, अब्?दुल सलाम का बेटा समर अहमद राठर शामिल हैं।
आतंकियों द्वारा पुलिसकर्मियों के परिजनों को अगवा किए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को एक ट्विट किया था जो काफी विवादित में रहा पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ट्विट में लिखा था कि 'आतंकवादी और सुरक्षाबल दोनों ही एक दूसरे के परिजनों को प्रताड़ित कर रहे हैं। जो निंदनीय है ऐसे मामलों में परिजनों को कतई निशाना नहीं बनाना चाहिए।