पी.एन.बी घोटाला मामले में इंटरपोल ने भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी के भाई नेहल मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस (आर.सी.एन) जारी किया है। इससे पहले ईडी ने इंटरपोल से नेहाल के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की अपील की थी।
४० साल का नेहाल फिलहाल बेल्जियम की नागरिकता हासिल किए हुए है और अमेरिका में रह रहा है। उस पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। उस पर पी.एन.बी से पैसे को इधर-उधर करने में नीरव मोदी की मदद करने का आरोप है। इसके साथ ही उसपर सभी सबूतों को भी नष्ट करने का भी है।
गौरतलब है कि नीरव मोदी और उसके रिश्तेदार मेहुल चोकसी पर पंजाब नेशनल बैंक से करीब १३ हजार करोड़ रुपये से अधिक की ठगी और धोखा धड़ी का आरोप है। नीरव मोदी लंदन में जेल में बंद है और भारत में अपने प्रत्यर्पण के मुकदमे का सामना कर रहा है।
क्या होता है रेड कॉर्नर नोटिस: रेड कॉर्नर नोटिस में इंटरपोल किसी सदस्य देश के कहने पर जारी किया जाता है। इसका मकसद सभी सदस्य देशों को यह सूचना देना होता है कि किसी खास शख्स के खिलाफ उसके देश में अरेस्ट वॉरंट जारी हो चुका है। रेड कॉर्नर नोटिस इंटरनेशनल अरेस्ट वॉरंट नहीं होता क्योंकि अरेस्ट वॉरंट जारी करने का हक संबंधित देश को है, लेकिन मोटे तौर पर इसे इंटरनेशनल यानी ग्लोबल अरेस्ट वॉरंट की तरह ही लिया जाता है।