उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए लोकसभा में 545 और राज्यसभा में 245 सांसद वोट डाल सकते हैं। इसके अलावा इसमें मनोनीत सांसद भी वोट डालकर उपराष्ट्रपति का चुनाव कर सकते हैं। फिलहाल अभी लोकसभा व राज्यसभा में दो-दो सीटें खाली हैं। उप-राष्ट्रपति चुनाव के लिए वेंकैया नायडू एनडीए की तरफ से इस पद के लिए उम्मीदवार के रूप में खड़े किए गए हैं, और उनके विपक्ष में 18 दलों के गठबंधन जो कि कांग्रेस के साथ गठबंधन किए हुए हैं, उनकी तरफ से गोपाल कृष्ण गांधी उम्मीदवार के रुप में खड़े किए गए हैं। उप-राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 5 अगस्त को किया जाएगा और नामांकन पत्र भरने के लिए आखरी दिनांक 18 जुलाई है।
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए लोकसभा के 545 और राज्यसभा के 245 सांसद वोट डालकर इसका चुनाव करते हैं। इसके अलावा मनोनीत सांसद भी वोट डालने की हिस्सेदारी में रहती है। अभी लोकसभा, राज्यसभा दोनों में दो दो सीटें खाली हैं। इसका भाव यह है कि स्पीकर को मिलाकर निर्वाचन मंडल 786 सांसदों को मिलाकर बनता है।
अगर मजबूती की बात की जाए तो संख्याबल के नजरिए से एनडीए की पकड़ काफी मजबूत दिखाई दे रही है, क्योंकि:
- एनडीए के पास करीबन 425 सांसद हैं
- एआईएडीएमके के पास 50 सांसद है
- बीजेडी के पास 27 सांसद है
- टीआरएस के पास 14 सांसद
- वाईएसआर कांग्रेस के पास 8 सांसद है
पीएम के और एआईंएनआर कांग्रेस के सांसद के समर्थन का भी विश्वास पूरी तरह से हैं। इसीलिए एनडीए का आंकड़ा 526 तक पहुंच जाता है। जितनी वोट जीतने के लिए चाहिए उससे कहीं ज्यादा वोट एनडीए के पास है। इसलिए इसकी पकड़ मजबूत नजर आ रही है।
अगर बात की जाए यूपीए की तो उसकी पकड़ कमजोर नजर आ रही है
- 18 विपक्षी दलों के गठबंधन के पास केवल 252 जिसमे सांसद भी मौजूद है। ऐसा माना जा रहा है कि यूपीए को 5 मनोनीत और तीन निर्दलियों का समर्थन भी हासिल हो सकता है। तो उन का आंकड़ा लगभग 261 तक जा सकता है।
Potential Votes Tally
तो इसी तरह से इन सब आंकड़ों के साथ वैंकेया नायडू उम्मीदवार के रुप में खड़े किए गए हैं।