भारतीय वायुसेना को अपना पहला लड़ाकू हेलीकॉप्टर अपाचे गार्जियन (Apache Guardian) मिल गया है। इसका निर्माण अमेरिका के एरिजोना में हुआ है। भारत ने ३ बिलियन डॉलर में १५ चिनूक और २२ अपाचे हेलीकॉप्टर का सौदा किया है। इस हेलिकॉप्?टर के शामिल होने से भारत की दुश्मन के घर में घुसकर मार करने की क्षमता और बढ़ी है।
बोइंग एएच ६४ ई अपाचे को दुनिया का सबसे घातक हेलीकॉप्टर माना जाता है। पिछलप साल अमेरिका ने भारतीय सेना को छह एएच ६४ ई हेलीकॉप्टर देने के समझौते पर हस्ताक्षर किया था। इसे चीन और पाकिस्तानी सीमा पर तैनात किया जाएगा।
इस हेलीकॉप्टर से भारतीय सेना की ताकत कई गुना तक बढ़ जाएगी। जो अभी तक रूस में बने एमआई १७ लिफ्ट हेलीकॉप्टर पर ही निर्भर है। अपाचे पहला ऐसा हेलिकॉप्?टर है जो भारतीय सेना में विशुद्ध रूप से हमले करने का काम करेगा। इसके अलावा सेना के पास रूस में निर्मित एमआई २६ हेलीकॉप्टर भी मौजूद है।
अपाचे गार्जियन की खासियतें
* इसकी अधिकतम रफ्तार २८० किलोमीटर प्रति घंटा है.
* अपाचे को रडार से पकड़ना बेहद मुश्किल है.
* अपाचे को १६ एंटी टैंक मिसाइल छोड़ने की क्षमता है। हेलीकॉप्टर के नीचे लगी राइफल में एक बार में ३० एमएम की १२०० गोलियां भरी जा सकती हैं।
* अपाचे की फ्लाइंग रेंज करीब ५५० किलोमीटर है. * अपाचे हेलीकॉप्टर एक बार में पौने तीन घंटे तक उड़ सकता है।
* नाइट विजन सिस्टम की मदद से रात में भी दुश्मनों की टोह लेने, हवा से जमीन पर मार करने वाले रॉकेट दागने और मिसाइल आदि ढोने में सक्षम। इसका वजन ५१६५ किलोग्राम है और इसमें पायलटों के बैठने के लिए दो सीटें होती हैं।
* अपाचे दुनिया के उन चुनिंदा हेलीकॉप्टर्स में शामिल है जो किसी भी मौसम या किसी भी स्थिति में दुश्मन पर हमला कर सकता है। इतना ही नही अपाचे दुश्?मन की किलेबंदी को भेदकर उस पर सटीक हमला करने में सक्षम