प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक सितंबर को ?इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) की शुरुआत करेंगे। देश के करीब 1.55 लाख डाकघरों को ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं से जोड़ने का काम शुरु किया जाएगा। इसके माध्यम से जिले में बैंक की कम से कम एक शाखा अवश्य होगी। सरकार की देशभर में आईपीपीबी की 650 शाखाएं लॉन्च करने की योजना है।
डाकघरों में 3,250 एक्सेस पॉइंट होंगे और साथ ही 11,000 डाकिये होंगे। ये ग्रामीण और शहरी इलाकों दोनों में घर के दरवाजे पर बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराएंगे। आईपीपीबी को 17 करोड़ डाक बचत बैंक खाते को अपने खाते से जोड़ने की अनुमति है।
बता दें कि 1 सितंबर को आईपीपीबी की सभी 650 शाखाओं और 3250 सेवा केंद्रों पर बड़े कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया है। कार्यक्रम का आयोजन दोपहर 2 बजे के बाद से शुरू होगा। इस बीच दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में होने वाले कार्यक्रम को प्रधानमंत्री संबोधित करेंगे। कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण सभी 3900 केंद्रों पर भी देखा जा सकेंगा।
आईपीपीबी के काम शुरू करने के बाद ग्रामीण इलाकों में लोगों को डिजिटल बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं की सुविधा मिलने लगेगी। वह किसी भी बैंक खाते में पैसे निकाल सकेंगे। यह काम वह मोबाइल एप अथवा डाकघर में जाकर कर सकेंगे। ?इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक? की शुरुआत 21 अगस्त को होनी थी लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद सात दिन के राष्ट्रीय शोक को देखते हुए इस तारीख को टाल दिया गया।