कांग्रेस विधायक रोशन बेग को कर्नाटक एस.आई.टी (स्पेशल टास्क फोर्स) ने आई.एम.ए समूह से जुड़े कथित पोंजी घोटाला मामले में गिरफ्तार कर लिया है।रोशन बेग को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जिस वक्त वो चार्टड प्लेन से बेंग्लुरू से बाहर जा रहे थे। सिद्धारमैया सरकार में पूर्व मंत्री रहे रौशन बेग पर आई.एम.ए संस्थापक मंसूर खान से ४०० करोड़ रुपये लेने और उसे वापस नहीं करने का आरोप हैं। हालांकि बेग ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है। बता दें कि खान पर ४२ हजार निवेशकों के साथ १५०० करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है।
आई.एम.ए पोंजी घोटाले मामले का मुख्य आरोपी मंसूर खान फिलहाल भारत से फरार है उसका एक वीडियों सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वीडियों में मंसूर खान ने भारत आने की हामी भरी है। मंसूर ने कहा कि ?मैं अगले २४ घंटों में भारत लौटूंगा, मुझे भारतीय न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। सबसे पहले, भारत छोड़ना एक बड़ी गलती थी, लेकिन हालात ऐसे थे कि मुझे छोड़ना पड़ा।
बता दें कि २००६ में मोहम्मद मंसूर खान ने आई.एम.ए के नाम से कंपनी खोली थी। मंसूर ने कंपनी को इस्लामिक कानून के मुताबिक हलाल इनवेस्टमेंट के मोड में रखा। हलाल निवेश के लिए उसने शुरुआत में कई मौलानाओं से संपर्क किया और उनके जरिए धनी मुस्लिम परिवारों तक पहुंचा। वो रीबा देने की शर्त पर निवेश करवाता चला गया। अनुमान है कि अप्रैल २०१९ में मंसूर का आई.एम.ए ग्रुप २००० करोड़ का हो गया। ७ जून, २०१९ के बाद अचानक ही कंपनी के हाल खस्ता हो गए और मंसूर खान विदेश फरार हो गया। बाद में उसने ऑडियो क्लीप जारी कर कांग्रेस विधायक रौशन बेग पर ४ सौ करोड़ की रकम लेने के आरोप लगाए जिसके बाद इस मामले की जांच की जिम्मेदारी एस.आई.टी (SIT) को दी गई और अब एस.आई.टी ने रौशन बेग को गिरफ्तार कर लिया है।
मालूम हो कि कर्नाटक में इस्तीफा देने वाले १६ विधायकों में बेग भी शामिल हैं। ९ जुलाई को उनके त्यागपत्र देने के कुछ घंटे बाद एस.आई.टी ने उन्हें एक नोटिस देकर ११ जुलाई को पेश होने के लिए कहा लेकिन विधायक ने समय मांगा और कहा कि वह सोमवार को पेश होंगे, लेकिन नहीं आए।