प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चंदा कोचर और वेणुगोपाल धूत के घरों और दफ्तरों पर छापे मारी की है। छापेमारी मुंबई में पांच जगहों पर की गई है। २०१२ में आईसीआईसीआई(ICICI) बैंक की ओर से वीडियोकॉन को दिए गए लोन के मामले में ईडी ने यह कार्रवाई की है। ईडी ने कुछ दिन पहले चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर और वीडियोकॉन के प्रमोटर वेणुगोपाल धूत के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया था।
ईडी ने इस महीने की शुरुआत में चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर, धूत और अन्य के खिलाफ आईसीआईसीआई द्वारा कार्पोरेट ग्रुप को १८७५ करोड़ रुपये के ऋण को मंजूरी देने के मामले में कथित अनियमितताओं और भ्रष्टाचार की जांच के लिए पीएमएलए के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया था।
सीबीआई ने वीडियोकॉन लोन मामले में आईसीआईसीआई की पूर्व सीईओ चंदा कोचर के खिलाफ पिछले महीने लुकआउट नोटिस जारी किया है। इसके कुछ दिन बाद उनके पति दीपक कोचर और वीडियोकॉन के प्रमुख वेणगोपाल धूत के खिलाफ नोटिस जारी किया था।
क्या है मामला-
वेणुगोपाल धूत ने चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की कंपनी न्यू पावर(Nupower) में अपनी कंपनी सुप्रीम एनर्जी के जरिये निवेश किया था। इसके लिए वेणुगोपाल धूत ने जो लोन लिया था। उसे चंदा कोचर के आईसीआईसीआई बैंक के सीईओ रहते मंजूर किया गया था। बाद में एक जटिल डील में Nupower और सुप्रीम एनर्जी ने मालिकाना हक में अदलाबदली की थी।