हिन्दी फिल्मों में विलेन का रोल करने वाले प्रकाश राज इन दिनों सुर्खियों में बने हुए है। प्रकाश राज ने पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवालिया निशान खड़ा किया है। प्रकाश ने तंज कसते हुए कहा है कि वो मोदी की चुप्पी से डरे हुए है।
गौरतलब है कि प्रकाश राज ने गौरी लंकेश की हत्या पर दुख जताते हुए कहा था कि वो उनकी अच्छी दोस्त थी। उनकी मौत पर जश्न कौन मना रहा है? अमानवीय हत्या पर जश्न मनाये जाने से मैं दुखी हूं। मैंने जश्न मनाने वालों के खिलाफ अपने दुख और रोष का इजहार किया है। इसको लेकर मुझे ट्रोल किया गया। इसके साथ ही राज ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री अगर ऐसे लोगों को फॉलो करते हैं और उनके खिलाफ कोई कदम नहीं उठा रहे और उन पर कोई टिप्पणी नहीं कर रहे तो एक नागरिक होने के नाते मैं परेशान हूं । मैं प्रधानमंत्री की चुप्पी से डरा हुआ हूं।
इन तमाम अटकलो के साथ मीडिया में खबरें आ रही थी कि प्रकाश राज ने राष्ट्रीय पुरस्कार को लौटाने का ऐलान किया था लेकिन रविवार की रात प्रकाश ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर इस बात का खंड़न किया है। प्रकाश ने ट्विटर पर एक वीडियों शेयर किया है जिसमें उन्होने साफ कहा है कि मै कोई ?मूर्ख नहीं हूं कि राष्ट्रीय पुरस्कारों को लौटा दू। वीडियों में प्रकाश ने कहा कि मैंने देखा कि समाचार चैनलों पर यह चलाया जा रहा है कि प्रकाश राज ने राष्ट्रीय पुरस्कार को वापस लौटाने का फैसला किया है। मैं इतना मूर्ख नहीं हूं कि राष्ट्रीय पुरस्कार वापस लौटा दूं। यह मेरे कार्यों के लिए दिया गया है, जिस पर मुझे गर्व है।
गौरतलब है कि एक कार्यक्रम के दौरान प्रकाश ने पीएम मोदी की आलोचना करते हुए एक कार्यक्रम में कहा था। जब मैं इन अभिनेताओं को देखता हूं जो यह दिखाते हैं कि कुछ हुआ ही नहीं है तो मुझे लगता है कि मैं अपने पांच राष्ट्रीय पुरस्कार उन्हें वापस लौटा दूं वे मुझसे बड़े अभिनेता हैं।