दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना ?आयुष्मान भारत योजना? को रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखा दी है और यह योजना 25 सितंबर यानी की आज से पूरे देशभर में लागू कर दी जाएगी। सरकार के मुताबिक इस योजना से 10 करोड़ से ज्यादा परिवारों के 50 करोड़ लोगों को लाभ होगा। इस योजना का फायदा लेने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य नहीं है। आधार कार्ड एक विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है, सरकार ने इसे अनिवार्य नहीं किया है।
स्कीम का लाभ लेने के लिए आधार कार्ड जरूरी नहीं
इस योजना में आधार कार्ड की आवश्यकता नहीं है।आयुष्मान भारत योजना से जुड़ने के लिए राशन कार्ड और वोटर आई कार्ड की मदद से भी रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है। इस योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा के पैनल में शामिल किसी भी अस्पताल से बिना पैसे दिए (कैशलेस) इलाज होगा। ये अस्पताल सरकारी और प्राइवेट कोई भी हो सकता है।
इन लोगों को मिलेगा लाभ -
2011 के सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना में गरीब के तौर पर चिह्नित किए गए सभी लोगों को पात्र माना गया है। मतलब अगर कोई शख्स 2011 के बाद गरीब हुआ है, तो वह इस योजना से वंचित हो जाएगा। बीमा कवर के लिए यह उम्र, परिवार की संख्या पर बंदिश नहीं है। लाभार्थी सरकारी या निजी अस्पताल में हर साल 5 लाख रुपए तक का कैशलेस इलाज करा सकेंगे।
आयुष्मान भारत के लाभार्थियों में आपका नाम है या नहीं और आप इसका फायदा उठा सकते है या नहीं। इसकी जांच आप घर बैठे भी कर सकते है। इसके लिए आप 14555 टोल फ्री नंबर पर कॉल कर सकते हैं। पूछताछ और समाधान के लिए भी मरीज इन लोगों से संपर्क कर सकेंगे। ऑनलाइन भी इसके बारे में पता कर सकते है। इसके लिए आपको https://www.abnhpm.gov.in/ पर 'AM I ELIGIBLE' वाले विकल्प पर जाना होगा। जहां इससे जुड़ी सभी जानकारी आपकों मिल जाएंगी।