अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर दुनिया भर में महिलाओं और उनके जज्बे को सलाम किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गुरुवार को सिलसिलेवार कई ट्वीट महिलाओं को प्रेरणा देने वाला बताया।
हर साल की तरह िस साल भी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन एक थीम निश्चित की जाती है। इस साल महिला दिवस की थीम ?प्रेस फॉर प्रोग्रेस? है। इसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों के लिए प्रोत्साहित करना है।
अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य महिलाओं की समानता के लिए आवाज उठाना है. इस दिन उन महिलाओं के कार्यों को याद किया जाता है जो महिलाओं के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं.
इस मौके पर गूगल ने भी अपने डूडल को अलग ढंग से डिजाइन किया है। गूगल ने दुनिया के 12 देशों की अलग-अलग क्षेत्र में काम करने वाली 12 महिलाओं की कहानी को दिखाया है। इसमें भारत से बेंगलुरू कॉमिक मेकर और इलस्ट्रेटर कावेरी गोपालाकृष्णन ने भी अपने इलस्ट्रेशन के जरिए अपनी कहानी कही है।
जाने क्या है आज का इतिहास?
सन 1908 में महिलाएं अपने अधिकारों को लेकर पहली बार आवाज उठा रही थीं. इसी साल करीब 15 हजार महिलाओं ने वोटिंग अधिकार के लिए न्यूयॉर्क सिटी में एक साथ मार्च किया था.
सन 1909 दौरान सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमेरिका ने महिला दिवस बनाने का फैसला किया और पहली बार इसी साल में महिला दिवस का आयोजन किया गया। न साल 1913 तक फरवरी के आखिरी रविवार को यह डे मनाया जाता था।
28 फरवरी सन 1909 को पहली बार अमेरिका में यह दिन सेलिब्रेट किया गया. सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमेरिका ने न्यूयॉर्क में 1908 में गारमेंट वर्कर्स की हड़ताल को सम्मान देने के लिए इस दिन का चयन किया ताकि इस दिन महिलाएं काम के कम घंटे और बेहतर वेतनमान के लिए अपना विरोध और मांग दर्ज करवा सकें.
1913 से 1914- कई देशों में इसे 19 मार्च को भी सेलिब्रेट किया गया था. रूसी महिलाओं ने पहली बार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस फरवरी माह के आखिरी दिन पर मनाया और पहले विश्व युद्ध का विरोध दर्ज किया. यूरोप में महिलाओं ने 8 मार्च को पीस ऐक्टिविस्ट्स को सपोर्ट करने के लिए रैलियां कीं. 1975- पहली बार संयुक्त राष्ट्र ने 8 मार्च के दिन महिला दिवस सेलिब्रेट करना शुरू किया. और तब से लेकर ये दिन आठ मार्च को मनाया जाने लगा।