२५ अगस्त को हालिया हिंसा शुरू हुई थी और तब से लेकर अब तक लगभग ३००,००० से अधिक रोहिंग्या बांग्लादेश पहुंच गए हैं। बांग्लादेश जो कि म्यांमार की सीमा के साथ लगा हुआ है पहले से ही करीब ३००,००० शरणार्थी रह रहे हैं। पूर्वोत्तर में चार राज्य अरुणाचल प्रदेश (५२० किलोमीटर), मणिपुर (३९८ किलोमीटर), मिजोरम (५१० किलोमीटर), नागालैंड (२१५ किलोमीटर) की खुली सीमा म्यांमार के साथ लगती है।
भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस मामले में बांग्लादेश के साथ एकजुटता कर ली है। उनका कहना है कि भारत बौद्ध बहुल आबादी वाले देश से भागे हुए इन मुसलमानों को वापस लेना चाहता है और इसी के लिए वह म्यामांर पर लगातार दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। बांग्लादेश के सूत्रों के मुताबिक २५ अगस्त को हालिया हिंसा शुरु हो गई थी और तब से लेकर अब तक लगभग ३००,०००से भी ज्यादा रोहिंग्या मुसलमान बांग्लादेश आ गए हैं।
बांग्ला देश के उप प्रेस सचिव नजरुल इस्लाम और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने यह जानकारी दी कि १४ सितंबर को उनकी सुषमा स्वराज से बात हुई थी और सुषमा स्वराज ने शेख हसीना को इस बात का भरोसा दिलाया कि भारत बांग्लादेश का पूरा समर्थन करने को तैयार है।