उत्तर प्रदेश में बुधवार देर शाम आई आंधी-तूफान और ओलावृष्टि के कारण ताजमहल के परिसर में स्थित एक पिलर का हिस्सा टूट कर गिर गया है. ये हिस्सा ताजमहल के एंट्री गेट के एक पिलर का है. आधी रात को तेज हवा के साथ भारी बारिश की वजह से ताजमहल के दक्षिणी गेट पर स्थित पिलर का एक हिस्सा टूट कर गिर गया.
ताजमहल के इन गेटों का निर्माण 1631 से 1638 के बीच हुआ था। इनमें अभी कुछ दिन पूर्व छह मार्च को रायल गेट के कुछ पत्थर टूटकर नीचे गिरे थे। ताजमहल के मुख्य गुंबद पर लगे कुछ पत्थर भी तेज आंधी की चपेट मे आ जाने के कारण टूट गए है। तेज आंधी में गेट के साइड की मीनार भरभराकर नीचे गिर पड़ी।
वहीं तेज आधी तूफान के कारण रेलमार्ग बुधवार रात चार घंटे ठप रहा। आगरा-दिल्ली और आगरा-झांसी रूट की 18 से अधिक ट्रेनें बीच रास्ते में रोकी गई। इस दौरान देर रात यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामाना करना पड़ा। नई दिल्ली भोपाल शताब्दी, स्वर्णजयंती, राजधानी सहित 18 ट्रेनें करीब तीन घंटे तक आउटर पर देर रात खड़ी रहीं। बता दें कि उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में बीते कुछ दिनों से आंधी और बारिश की खबरें हैं.