पुलवामा आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेने वाला आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के खिलाफ फ्रांस ने बड़ी कर्रवाई करते हुए कहा है कि वो मसूद अजहर की सारी संपत्तियों को जब्त करेगा इसके साथ ही फ्रांस ने आतंकवाद के खिलाफ भारत का समर्थन करते हुए कहा है कि आतंकवाद के साथ लड़ाई में वह हमेशा भारत के साथ है।
बता दें कि फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका के मसूद को ग्लोबल आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव पर चीन ने चौथी बार अड़ंगा लगा दिया है। जिसे लेकर कई देश इसकी आलोचना कर रहे है। बीते १० साल में संयुक्त राष्ट्र में अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कराने का यह चौथा प्रस्ताव था।
मसूद अजहर को 'वैश्विक आतंकी' घोषित होने से बचाने के लिए चीन द्वारा वीटो लगाने के कुछ घंटे बाद अमेरिका ने चेतावनी दी है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अमेरिकी राजनयिक ने चेतावनी देते हुए कहा कि इससे दूसरे सदस्यों को 'अन्य एक्शन लेने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है। यह अमेरिका की तरफ से एक कड़ा मैसेज है, जिसमें राजयनिक कहते हैं कि 'अगर बीजिंग आतंकवाद से लड़ने के लिए गंभीर है तो उसे पाकिस्तान और अन्य देशों के आतंकियों का बचाव नहीं करना चाहिए।
वहीं फ्रांस सरकार के गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय द्वारा जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि फ्रांस मसूद को यूरोपियन यूनियन की आतंकवादी सूची में शामिल करने को लेकर बात करेगा। आतंकी मसूद अजहर को लेकर पाकिस्तान पर भी वैश्विक बढ़ता जा रहा है। गौरतलब है कि मसूद अजहर ने १४ फरवरी को जम्मू कश्मीर के पलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला कराया था इस हमले में ४० जवान शहीद हुए थे। जिसकी जिम्मेदारी जैश ने ही ली थी।