ईवीएम से छेड़छाड़ को लेकर देशभर में छिड़े विवाद के बीच भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत का बयान सामने आया है उन्होंने ईवीएम को पूरी तरह सुरक्षित और छेड़छाड़ रहित बताया हैं।
ओपी रावत ने कहा कि ईवीएम से छेड़छाड़ या उसे बदलना नामुमकिन है और जो गड़बड़ी करने का सवाल उठाया जा रहा है वह पूरी तरह से निराधार है। ओपी रावत ने चुनाव आयोग पर भरोसा जताते हुए कहा कि इलेक्शन कमिशन चौकस तरीके से अपनी व्यवस्थाओं को बनाए हुए हैं इससे किसी भी तरह की गड़बड़ी की आशंका खत्म हो जाती है।
ओपी रावत ने कहा, 'वैसे तो सुरक्षा इस तरीके की होती है कि ईवीएम से छेड़छाड़ की कोई कोशिश भी नहीं कर सकता लेकिन जो ईवीएम अभी इस्तेमाल हो रही है यह थर्ड जनरेशन ईवीएम है। अगर उसे कोई जरा-सा भी छूने की कोशिश भी करेगा तो वह फैक्ट्री मोड में चली जाएगी और उसका फिर से सर्टिफिकेट रि-इश्यू करना पड़ेगा जो कि फैक्ट्री से ही हो पाएगा?।
पूर्व चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने आगे कहा कि ईवीएम को जब मतदान के लिए तैयार किया जाता है तो उस समय भी पोलिंग बूथों पर दोबारा से मॉक पोल कंडक्ट किया जाता है। मॉक पोल के तहत वहां मौजूद पोलिंग एजेंट से अभ्यास के तौर पर पहले वोट करने को कहा जाता है इसके बाद वोटों की गिनती की जाती है। इन सभी प्रयासों के तहत ये सुनिश्चित किया जाता है कि ईवीएम सुरक्षित है और इसके साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है।
बता दें कि ईवीएम पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। विपक्ष लगातार सत्ता पक्ष पर ये आरोप लगाती आ रही है कि चुवाव के दौरान ईवीएम में छेड़छाड की गई है। बहरहाल ये बात अलग है कि विपक्षी दल उस वक्त कोई सवाल नहीं उठाते हैं जब ईवीएम से जनादेश उनके पक्ष में जाता है। आम चुनाव के छठवें चरण से पहले विपक्ष ईवीएम को लेकर कोई सवाल नहीं कर रही थी लेकिन छठवें और सातवे चरण के मतदान के समय ईवीएम का मुद्दा जोर पकड़ लिया।