केरल में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ ने तबाही मचा दी है। जिसके कारण कई इलाकों में हालात बिगढ़ गए है। मौसम विभाग के मुताबिक केरल में 13 अगस्त तक बारिश की संभावना जताई गई है। साथ ही राज्य के कई इलाकों में तेज हवाएं भी चलेंगी।
यहां भारी बारिश का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राज्य के अलग-अलग इलाकों में स्थित 58 बांधों में से 24 बांधों का फाटक को खोलना पड़ा है। इनमें बांधों की भंडारण क्षमता पार हो गई है। वहीं राज्य में 40 नदियां उफान पर हैं जिस कारण बाढ़ से मरने वालों का आंकड़ा 29 हो गया है जबकि 54 हजार लोग बेघर हो गए हैं।
बाढ़ से अत्यधिक प्रभावित 14 जिलों में से सात उत्तरी जिलों में थलसेना की पांच टुकड़ियां रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है। वहीं पेरियार नदीं के लगातार बढ़ते जलस्तर के बाद यहां नौसेना की टुकड़ियां को भी तैनात कर दिया गया है। हालात इतने बेकाबू हो गए कि एशिया के सबसे बड़े बांध कहे जाने वाले इडुक्की बांध के शटर 26 साल में पहली बार खोले गए। राज्य में बचाव कार्य के लिए वायुसेना का भी यहां सहारा लिया जा रहा है।