लगातार हो रही बारी के कारण असम में बाढ़ के हालात अभी भी बने हुए है। राज्य में बाढ़ की स्थिति गुरुवार को और भी गंभीर हो गई। तीन जिलों में 24 हजार से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हुए हैं।
राज्य के 35 गांव में 24,232 लोग बाढ़ की चपेट में है। वहीं असम के मुख्यमंत्री ?सर्वानंद सोनोवाल? ने बाढ़ से सबसे ज्यादा पीढ़ित लखिम पुर इलाके का दौरा किया और पूर्वोत्तर बिजली निगम को ?रंगा? नदी बांध से बिना चेतावनी के और पानी नही छोड़ने को कहा है।
असम राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने एक रिपोर्ट में कहा है कि धेमाजी और लखीमपुर जिलों में बाढ़ का पानी भरा हुआ है, हालांकि विश्वनाथ जिला और जोरहाट में बाढ़ का पानी घटा है। लखीमपुर जिला अब भी सर्वाधिक प्रभावित है, इसके बाद जोरहाट और धेमाजी का स्थान है। लखीमपुर में करीब 19 हजार लोग, जबकि जोरहाट में करीब 600 और धेमाजी में करीब 150 लोग प्रभावित हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक राज्य में बाढ़ के कारण अब तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक तीन जिलों में 205 एकड़ खेत अब भी जलमग्न हैं। जिला प्रशासन प्रभावित लोगों के लिए राहत शिविर चला रहा है।