मुस्लिम महिलाओं के लिए दारुल उलूम देवबंद फतवा जारी किया है। इस फतने में मुस्लिम औरतों का चूड़ी की दुकान पर पराए मर्दों से चूड़ी पहनना और भोजन करना को गैर इस्लामिक माना गया है। इसके साथ ही फतवे में कहा गया है कि जो महिलाएं बाजार में पराए मर्दों के हाथों से चूड़ियां पहनती हैं, वह गुनाह है।
मौलाना अबुल इरफान मियां फिरंगीमहली का कहना है कि यह हाथ, पैर, आंखे बहुत खतरनाक होती हैं। यह मिनटों में आदमी को कहीं से कहीं पहुंचा देती हैं और जब एक औरत गैर मर्द को हाथ पकड़ाएगी तो क्या हो सकता है इसलिए शरियत ने मना किया है कि जो देनदार मुस्लिम औरतें हैं उनको इन कामों से एहतियात बरतनी चाहिए।
बता दें कि देश में करोड़ों लोग चूड़ी के कारोबार से जुड़े हुए हैं। इनका कहना है कि अगर यह फतवा लागू हो जाए तो उनका कारोबार बंद हो जाएगा. क्योंकि यह काम 99 फीसदी मर्दी ही करते हैं।