1 जून से किसानों ने 'गांव बंद' आंदोलन का आह्वान किया है जो 10 जून तक जारी रहेगा। आंदोलन के आखिरी दिन भारत बंद का ऐलान किया गया है। वहीं इस आंदोलन के मद्दे नजर फल, सब्जियों और दूध की सप्लाई पर असर दिखने लगा है। आंदोलन के चलते गांव से सब्जियों व दूध आदि की आपूर्ति प्रभावित होने लगी है।
वहीं सूत्रों के मुताबिक मध्?य प्रदेश के कई स्थानों पर सब्जियों की बिक्री पुलिस की मौजूदगी में हो रही है। जबकि पंजाब और हरियाणा में किसानों ने विरोधस्वरुप सड़कों पर अपनी उपज फेंकी जिससे इन दोनों राज्यों में शहरों में सब्जियों के दाम काफी बढ़ गए।
इस मामले में कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि किसानों ने मीडिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए असामान्य तरीका अपनाया है क्योंकि वे कुछ हज़ार सदस्यों वाले संगठनों से जुड़े हैं।
गौरतलब है कि देश के 22 राज्यों में किसान संगठन संयुक्त रूप से प्रदर्शन कर रहे हैं और अपनी उपज के लिए लाभकारी दाम, स्वामीनाथ आयोग की सिफारिशें लागू करने एवं कृषि ऋण माफ करने आदि की मांग कर रहे हैं।
बता दें कि पिछले साल छह जून को आंदोलन कर रहे किसानों पर पुलिस ने मंदसौर में गोलियां बरसाई थीं, जिसमें छह किसानों की जान गई थी और बाद में एक की पुलिस की पिटाई से मौत हुई थी. इस घटना के एक साल पूरा होने पर छह जून को मंदसौर में श्रद्घांजलि सभा का आयोजन किया जा रहा है. इस मौके पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी पहुंच रहे हैं.