रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी की तरफ से 3695 करोड़ रुपये की हेराफेरी की बात सामने आई है. अधिकारियों का कहना है कि रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड को 2008 से बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व में बैंकों के एक ग्रुप ने 2919 करोड़ रुपये का लोन दिया था लेकिन भुगतान में कई बार चूक होने के कारण ब्याज मिलाकर यह राशि 3695 करोड़ रुपये हो गई।
कोठारी परिवार के सभी सदस्यों के पासपोर्ट और मोबाइल कब्जे में ले लिए हैं। पत्नी और बेटे समेत कोठारी से सीबीआई पूछताछ कर रही है। उनकी सभी चल और अचल संपत्ति के कागजों की पड़ताल की जा रही है। इसके साथ ही सीबीआई ने विक्रम कोठारी, उनकी पत्नी और बेटे के पासपोर्ट को भी जब्त कर लिया है।
सीबीआई और ईडी एक-एक कागजात को कब्जे में लेकर उनकी जांच कर रही है। कोठारी पर आरोप है कि उन्होने बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी), इंडियन ओवरसीज बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक और यूनियन बैंक से लिए करीब 800 करोड़ रूपए के कर्ज को लेकर धोखाधडी की।