आरक्षण व दलित समुदाय को लेकर पिछले कई दिनों से डॉ. बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर चर्चा का विषय बने हुए है।कभी उनके नाम को लेकर सियायत की जा रही है तो कभी उनकी मूर्तियां तोड़कर अराजकता फैलाने की कोशिश की जा रही है।
हद तो तब हो गई जब उनकी प्रतिमा को तोडने के बाद जो नई प्रतिमा बनाई गई उस प्रतिमा में उनका रंग ही बदल दिया गया।
हमेशा से हमने डॉ. बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर को नीले रंग की प्रतिमा में देखा है लेकिन 7 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के बदायूं के कुंवरगांव में दुगरैया पार्क पर स्थापित आंबेडकर की प्रतिमा को तोड़ दिया गया था। जिसे तीन दिन बाद दुबार स्थापित किया गया तो प्रतिमा का रंग नाला की जगह भगवा कर दिया गया है।
रविवार को ग्रामीणों के बीच इस नई मूर्ति का अनावरण किया गया। इस मौके पर बसपा जिलाध्यक्ष हेमेंद्र गौतम समेत बसपाइयों ने जोश-खरोश के साथ प्रतिमा पर माल्यार्पण किया
यह पहला मौका है जब बाबा साहेब की प्रतिमा नीले की जगह भगवा रंग में नजर आई है। बाबा साहेब के भगवा रंग की प्रतिमा को देखकर लोग भी हैरान हैं।