बिहार के उपमुख्य मंत्री सुशील मोदी की किताब 'लालू-लीला' का गुरुवार को विमोचन किया गया। बता दें कि ये किताब लालू यादव व परिवार की संपत्ति और भ्रष्टाचार को लेकर लिखी गई है।
किताब 'लालू-लीला' के पुस्तक विमोचन के मौके पर सुशील मोदी ने लागू पर तंज कसते हुए कहा कि वे लालू यादव को काफी समय से जानते हैं उनके साथ 48 साल पुराना संबंध है। उन्होंने कहा कि इस देश में किसी भी राज्य में लालू जैसा ताकतवर कोई नेता नहीं हुआ। कुछ लोग जेल जाने के बाद सुधर जाते हैं लेकिन लालू चारा घोटाले में जेल जाने के बाद भी नहीं सुधरे। लालू आज सबसे बड़े जमींदार हैं। 141 भूखंड, 30 फ्लैट और आधा दर्जन घर हैं।
पटना जू में लालू परिवार के मॉल से मिट्टी की सप्लाई हुई। जिसके बाद मिट्टी से मॉल का पता चला। परत-दर-परत 40 से ज़्यादा प्रेस कॉन्फ्रेंस और चार महीने की मेहनत से 141 भू-खण्ड और 30 फ्लैट का रहस्य खुल कर सामने आया है।
बहरहाल इस किताब के विमोचन के बाद राजनीति गर्माती हुई नजर आ रही है। राजद के कई नेताओं ने उप मुख्य मंत्री सुशील मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रजद नेता जय प्रकाश यादव ने लालू प्रसाद को गरीबों का मसीहा बताया और कहा कि उन्होंने सांप्रदायिक ताकतों का हमेशा मुंहतोड़ जवाब दिया। इसके साथ ही शिवानंद तिवारी ने भी इस किताब को झूठ से भरा बताया और कहा कि इसका बिहार की राजनीति पर कोई असर नहीं पड़ेगा।