दिल्ली में हवा की गुणवत्ता का स्तार बहुत ही खराब हो गया है। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शून्य से 500 के पैमाने पर 366 दर्ज किया गया है। वहीं गाजियाबाद में 415 और गुरुग्राम 403 दर्ज किया गया, जिसे अत्यंत खराब माना जाता है। जानकारी के मुताबिक राजधानी दिल्ली में धुएं के कारण धुंध की एक मोटी चादर छाई रही और मौसम की सबसे खराब वायु गुणवत्ता दर्ज की गई।
हरियाणा के फरीदाबाद में हवा सुरक्षा मानकों के मुकाबले 21 गुना अधिक प्रदूषित पाई गई। दिल्ली के कुल 18 इलाकों में वायु गुणवत्ता अति खराब दर्ज की गई। 36 में से केवल दो इलाकों में वायु गुणवत्ता सामान्य से खराब पाई गई है। दिल्ली में द्वारका, आनंद विहार, रोहिणी, मुंडका, बवाना, मथुरा रोड, दिल्ली टेक्निकल विश्वविद्यालय, जहांगीरपुरी, नरेला, नेहरू नगर, दिल्ली विश्वविद्यालय नॉर्थ कैंपस, पंजाबी बाग, आर.के. पुरम, सोनिया विहार, विवेक विहार और वजीरपुर सबसे प्रदूषित इलाके हैं।
वहीं बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली के लोगों को विशेषकर ह्रदय, फेफड़ों के रोग से प्रभावित, बुजुर्गों और बच्चों, के लिए लंबे समय तक अधिक प्रदूषण वाले क्षेत्रों में नहीं ठहरने की सलाह दी गई है।