तेल की बढती कीमतों को देखते हुए हाल ही में भाजपा शासित राज्य में पेट्रल और डीजल की कीमतों में पांच रुपए की कमी की गई है। वहीं दिल्ली वालों को पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से फिलहाल कोई राहत नहीं।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने तेल पर से वैट को कम करने से इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि तेल की कीमतों में कमी करने से पहले से ही घाटे में चल रही दिल्ली सरकार को और घाटा होगा।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को कहा कि जब राज्यों ने जीएसटी लागू होने के बाद ज्यादातर अधिकार केंद्र को दे दिए हैं तो केन्द्र सरकार उनके हितों का ध्यान रखे। उन्होंने कहा कि अब केन्द्र सरकार कह रही है कि राज्य सरकार अपने पास से ढाई रुपए पेट्रोल सस्ता करे। सिसोदिया ने कहा कि राज्य सरकार पहले से ही घाटे में है।
इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए ये सवाल किया कि केंद्र सरकार ईधन पर बढ़ाए पूरे 10 रुपए क्यों नहीं खत्म कर देती है? बहरहाल दिल्ली में पेट्रोल 82.26 रुपये प्रति लीटर और डीजल 74.11 रुपये प्रति लीटर की दर पर बेचा जा रहा है।
गौरतलब है कि पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों से जनता को राहत देने के मकसद से पिछले दिनों ढाई रुपये की राहत दी थी। इसमें सरकार ने अपनी तरफ से डेढ़ रुपये और तेल कंपनियों ने 1 रुपये की राहत देने की बात कही थी।