दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण पर काबू पाने के लिए ट्रकों की पार्किंग, निवेश व प्रवेस पर रोक लगा दी गई थी । जिसे पर्यावरण संरक्षण और नियंत्रण प्राधिकरण ने अब हटा दिया गया है। बता दे कि EPCA ने पार्किंग चार्ज को चार गुना तक बढ़ा दिया था। इसके साथ ही निर्माण काम पर लगी रोक लगा दी थी।दिल्?ली में प्रदूषण के घटते स्?तर के चलते ये निर्णय लिया था जिसे ईपीसीए ने गुरुवार को वापस ले लिया।
पर्यावरण संरक्षण और नियंत्रण प्राधिकरण का सबसे बड़ा फैसला दिल्?ली में ट्रकों की एंट्री पर लगे बैन को लेकर था। दिल्?ली में लगातार वायु प्रदूषण के चलते यहां ट्रकों की एंट्री को बंद कर दी गई थी। इस फैसले के बाद दिल्ली की अलग अलग सीमाओं पर करीब 70 हजार ट्रक इक्?ट्ठा हो गए थे।
मिली जानकारी के मुताबिक ट्रकों की एंटर्री पर लगे रोक को तो हटा दिया गया है लेकिन डीजल जनरेटर सेटों पर प्रतिबंध बरकरार है
पर्यावरण संरक्षण और नियंत्रण प्राधिकरण के अध्यक्ष भूरे लाल ने आज सवेरे दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के मुख्य सचिवों को इस संबंध में पत्र लिखा है। लेकिन उन्होंने कहा है कि बदरपुर ताप बिजली संयंत्र को बंद रखने और ईंट के भट्ठों, हॉट मिक्स प्लांट्स और स्टोन क्रशर पर लगे प्रतिबंध अभी जारी रहेंगे। वायु गुणवत्ता की स्थिति में यदि लगातार सुधार जारी रहा, तो स्थिति की फिर समीक्षा की जाएगी।
आपको बता दे कि दिल्?ली में प्रदूषण के कारण एनजीटी ने ट्रकों के निर्माण कार्य पर भी रोक लगाने के आदेश दिए थे। बहरहाल गुरुवार को ईपीसीए ने इस फैसले को हटा दिया। इस प्रतिबंद के कारण आम आदमी को अबतक चार गुना पार्किंग शुल्क अधिक देना पड़ रहा था।