उत्तराखंड में मानूसन पहुंचने में अभी वक्त है, लेकिन इससे पहले ही मौसम ने अपना असर दिखाना शुरु कर दिया है। शुक्रवार दोपहर बाद उत्तराखंड में चार स्थानों पर बादल फटने से नुकसान हुआ है। मौसम के अचानक करवट बदलने के साथ ही उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश शुरू हो गई है। नैनीताल के बेताल घाट में बादल फटने से भारी तबाही मची है। भारी बारिश ने भारत-नेपाल सीमा पर काली और गोरी नदी घाटी क्षेत्र में जमकर कहर बरपाया है। खेत मलबे से पट गए और कई घरों में पानी घुस गया। पैदल मार्ग बहने से करीब कई गांवों का संपर्क भी कट गया है।
वहीं चमोली में बारिश के दौरान मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे मलबा आने से आठ घंटे बंद रहा। मौसम के मिजाज को देखते हुए शासन ने सभी जिलाधिकारियों को सतर्क कर दिया है।जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ ही पुलिस भी अलर्ट मोड में है।
मौसम विभाग ने आने वाले अगले 24 घंटे भारी बताए है। मौसविभाग ने देहरादून, ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार और पौड़ी गढ़वाल में 70 से 80 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका जताई है। इसके साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश और ओलावृष्टि की भी चेतावनी दी है।