रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज सियोल डिफेंस डायलॉग में प्रमुख वक्ता के रूप में की-नोट संबोधन दिया। अपने संबोधन में रक्षा मंत्री ने कहा कि आज वैश्वीकरण की प्रक्रिया ख़तरे में है, जहां साइबर हमला नई चुनौती है। उन्होंने कहा कि आज कोई भी देश आतंकवाद से अछूता नहीं है इसलिए आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देशों पर दबाव बनाया जाना चाहिए।
राजनाथ सिंह ने फिजी से लेकर यमन तक अमन के लिए काम करने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि भारत मानवीय मदद पहुंचाने वाले पहले देशों में शुमार है। एशिया की निर्णायक भूमिका के प्रति भी प्रतिबद्धता जताते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि डिफेन्स डिप्लोमेसी और सुरक्षा बलों को सशक्त बनाये रखना एक ही सिक्के के पहलू है।
भारत और दक्षिण कोरिया के बीच द्वविपक्षीय वार्ता के बाद दो समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। दोनों देशों के बीच नौसेना , सैन्य व रक्षा और शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी है। ये समझौते रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में हुए, रक्षामंत्री इस समय दक्षिण कोरिया की यात्रा पर है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सिओल पहुंचने पर गार्ड ऑफ ऑनर से भी सम्मानित किया गया। रक्षा मंत्री ने दक्षिण कोरिया के अपने समकक्ष के साथ द्विपक्षीय वार्ता की, जिसमें आपसी हित के कई मुद्दों पर चर्चा हुई।दक्षिण कोरिया के दौरे पर गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज वहां के प्रधानमंत्री ली-नाक-यून से मुलाकात की।