प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिफेंस एक्सपो 2018 में हिस्सा लेने के लिए चेन्नई पहुंचे यहां मेक इन इंडिया स्टॉल का इनॉग्रेशन किया। 10वें डिफेंस एक्सपो की थीम ?भारत: रक्षा निर्माण में उभरता हुआ हब? रखी गई है। इसमें 163 विदेशी फर्म ने हिस्सा लिया है। बता दें कि एग्जीबीशन 2.9 लाख वर्ग फीट में हो रहा है। यह अब तक का सबसे बड़ा एक्सपो है।
डिफेंस एक्सपो की शुरुआत 10 अप्रैल को हुई थी जो 14 अप्रैल तक चलेगा । हालांकि इसे 14 अप्रैल को आम जनता के लिए खोला जाएगा। यह पहला मौका है जब प्रधानमंत्री डिफेंस एक्सपो में हिस्सा ले रहे है।
इस बार 701 कंपनियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इसमें 539 भारतीय और 163 विदेशी फर्म हैं। अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा भारतीय फर्म हिस्सा ले रही हैं। जबकि विदेशी कंपनियों में 20% की कमी आई है। हालांकि अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, रूस की टॉप डिफेंस कंपनियां हिस्सा ले रही है।
इस आयोजन को पहले दिन बिजनेस डेलीगेट्स के लिए आयोजित किया गया है। गौरतलब है कि भारत की भव्य रक्षा प्रदर्शनी बुधवार से यहां शुरू हो गई। प्रदर्शनी में घरेलू रक्षा कंपनियों के अलावा दुनिया भर से आयी रक्षा क्षेत्र की बड़ी-बड़ी कंपनियां आधुनिक हथियारों और रक्षा उत्पादों का प्रदर्शन कर रही हैं।
भारत 10 साल में रक्षा क्षेत्र में 10 लाख करोड़ रुपए लगाएगा भारतीय वायुसेना ने 110 फाइटर एयरक्राफ्ट खरीदने का एलान किया है। इस सौदे की लागत 78 हजार करोड़ रुपए होने का अनुमान है। लिहाजा, दुनियाभर की ग्लोबल एविएशन इंडस्ट्री की इस एक्सपो पर नजर है।