विनोद खन्ना को सबसे हैंडसम अभिनेता के रुप में जाना जाता है । विनोद खन्ना ने फिल्म में अपने करियर की शुरुआत 1968 में आई फिल्म 'मन का मीत' से से की थी। विनोद खन्ना का नाम ऐसे एक्टर्स में शुमार था जिन्होंने शुरुआत तो विलेन के किरदार से की थी लेकिन बाद में हीरो बन कर काफी प्रसिद्धी हासिल की है।
विनोद खन्ना को फिल्म इंडस्ट्री में गुलजार की फिल्म 'मेरे अपने' से अच्छी खासी पहचान मिली। फिर क्या था फिल्मों का सिलसिला चलता रहा और इन्होने इस फिल्म इंट्रस्ट्री को एक से बढ़ कर एक फिल्मे दी। जिसमे 'कुर्बानी', 'पूरब और पश्चिम', 'रेशमा और शेरा', 'हाथ की सफाई', 'हेरा फेरी', 'मुकद्दर का सिकंदर?, अमर, अकबर और ऐंथनी जैसी कई शानदार फिल्में शमिल है। राजमाता विजयाराजे सिंधिया के जीवन पर बनी फिल्म 'एक थी रानी ऐसी भी' में हेमा मालिनी के साथ विनोद खन्ना की आखिरी फिल्म थी। विनोद खन्ना ने अपने करियर में तकरीबन 140 फिल्मों की थी।
हिंदी फिल्मों की दुनिया के बेहद आकर्षक स्टार साल 2017 में आज ही के दिन हमेशा के लिए दुनिया छोड़कर चले गए।विनोद खन्ना का निधन 27 अप्रैल 2017 को हुआ था।