देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की आज ५५ वीं पुण्यतिथि है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रृद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि हम देश के लिए उनके द्वारा दिए गए योगदान को कभी नहीं भूल सकते। देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी इस दौरान पंड़ित नेहरू को श्रृद्धांजलि देने के लिए पहुंचे।
वहीं दिल्ली में उनकी समाधि स्थल शांति वन में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस मौके पर कांग्रेस के कई दूसरे बड़े नेताओं भी मौजूद रहे।
१४ नवंबर, १८९८ को इलाहाबाद में पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म हुआ था। १९४७ में भारत को आजादी मिलने पर वे स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री बने। नेहरू को बच्चों से बहुत लगाव था और इसीलिए उन्हें प्यार से बच्चे चाचा नेहरू कह कर संबोधित करते थे। साल १९६४ में नेहरू के निधन के बाद यह फैसला लिया गया कि हर साल १४ नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
नेहरू एक अच्छे नेता होने के साथ साथ वो एक अच्छे लेखक भी थे. उन्होंने अंग्रेजी में 'द डिस्कवरी ऑफ इंडिया', 'ग्लिमप्स ऑफ वर्ल्ड हिस्टरी' और बायोग्राफी 'टुवर्ड फ्रीडम' कई किताबें लिखी हैं। उन्हें ११ बार नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया गया था।