मौसम विभाग ने मंगलवार को चेतावनी दी कि अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। अगले १२ घंटे में चक्रवात वायु गुजरात के तट से टकरा सकता है। वहीं मौसम विभाग के मुताबिक, अगले २४ घंटे में वायु और तेज हो सकता है।वायु से निपटने के लिए गुजरात प्रशासन हाई अलर्ट पर है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि तटीय इलाकों मे रहने वाले लोगों कोे सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। इसके साथ ही कच्छ से लेकर दक्षिण गुजरात तक पूरे तटीय इलाकों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुधवार को कैबिनेट बैठक के बाद सभी मंत्री राहत और रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लेने के लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सभी कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी गई है और उनसे ड्यूटी पर लौटने को कहा गया। तटीय इलाकों में सभी स्कूल, कॉलेज और आंगनवाड़ी केंद्रों को १३ और १४ जून को बंद रखा गया है। सुरक्षा के लिहाज से एनडीआरएफ की ३६ टीमें बचाव कार्य के लिए तैनात रहेंगी।
चक्रवाती तूफान के उत्?तर की ओर बढ़ने तथा १३ जून, २०१९ को तड़के वेरावल और दीव क्षेत्र के आसपास पोरबंदर तथा महुआ के बीच गुजरात तट को पार कर ११०-१२० किलोमीटर की रफ्तार से बढ़कर १३५ किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भारी चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है।
भारत मौसम विभाग ने १४ जून २०१९ के दौरान सौराष्ट्र-कच्छ अर्थात् राजकोट, जामनगर, पोरबंदर, मोरबी, द्वारका और कच्छ जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताई है। बता दे कि वायु चक्रवात मुंबई के तटीय इलाकों से गुजर रहा है। इस तूफान की रफ्तार १३५ किलोमीटर बताई जा रही है। इसके बाद तूफान गुजरात में दस्तक देगा।