अरब सागर में उठा वायु चक्रवात गुजरात तट से नहीं टकराएगा। मौसम विभाग की वैज्ञानिक मनोरमा मोहंती ने गुरुवार सुबह बताया कि पिछले ६ घंटों में तूफान की दिशा बदली है। फिलहाल यह वेरावल से १३० किमी दक्षिण-पश्चिम और पोरबंदर से १८० किमी दक्षिण में है। चक्रवात वेरावल, पोरबंदर, द्वारका और सौराष्ट्र तट के पास से गुजरेगा। इस दौरान हवाओं की रफ्तार १३५-१६० किमी/घंटा तक हो सकती है। दीव, गिर, सोमनाथ, जूनागढ़, पोरबंदर और द्वारका में भारी बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के मुताबिक- चक्रवात का फैलाव ९०० किमी से ज्यादा है। वायु गुजरात से टकराए या न टकराए, लेकिन सिस्टम से होने वाला खतरा बना हुआ है। जिसके कारण तेज हवा और भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। लिहाजा बचाव की पूरी तैयारी की गई है।
वायु चक्रवात को लेकर बुधवार को गुजरात में हाई अलर्ट जारी किया गया और सुरक्षा के लिहाज से यहां NDRF की ५२ टीमें, एसडीआरएफ की ९, एसआरपी की १४ कंपनियां, ३०० मरीन कमांडो और ९ हेलिकॉप्टर तैनात किए गए हैं। वहीं रेलवे पर भी इसका असर पड़ता हुआ दिखा पश्चिम रेलवे ने बुधवार को चक्रवात वायु के चलते आने वाली संभावित आपदा को देखते हुये रेलवे ने ७० ट्रेनों को रद्द कर दिया और २८ ट्रेनों को गंतव्य से पहले ही रोकने का फैसला किया है।
वायु चक्रवात के चलते मुंबई में भी ४०० उड़ानों पर असर पड़ा। एक अफसर के मुताबिक, खराब मौसम की वजह बुधवार को मुंबई से टेकऑफ करने वाली १९४ और लैंड करने वाली १९२ फ्लाइट्स में देरी हुई। २ फ्लाइट्स का रूट डाइवर्ट किया गया। मुंबई से रोज ९०० विमानों की आवाजाही होती है।