तमिलनाडु और केरल में कहर ढ़ाने के बाद चक्रवाती तूफान ओखी लक्षद्वीप से उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ गया है। जिसके कारण तमिलनाडु और केरल में बरसात और तूफान से थोड़ी राहत मिली है। हालांकि ओखी का रूख अब महाराष्ट्र और गुजरात के तटवर्ती इलाकों की तरफ हो गया है।
वहीं चक्रवाती तूफान ओखी को लेकर मौसम विभाग के मुताबिक तूफान के अगले 48 घंटों में सौराष्ट्र तट पर पहंचने की संभावना जताई जा रही है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों में भारी बारिश होने की भी संभावना जताई है।
तूफान ओखी से प्रभावित इलाकों में राहत व बचाव का कार्य जारी है। नौसेना, वायु सेना और आपदा प्रबंधन एजेंसियां बचाव कार्य में पूरी तरह से जुटी है। समुद्र में फंसे हुए मछुआरों को सुरक्षित निकालने के लिए कार्य जोरों पर है।
बता दे कि चक्रवाती तूफान ने अब तक 10 लोगों की जान ली है, जबकि 115 लोग अभी भी लापता हैं।विजयन के मुताबिक, अब तक के सबसे बड़े संयुक्त बचाव अभियान में 395 मछुआरों को बचाया गया है। वहीं अब तक बचाए गए कुल मछुआरों की संख्या 475 है। चक्रवात ओखी के कारण हुई भारी तबाही का जायजा लेने के लिए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण कल तमिलनाडु पहुंचीं। रक्षा मंत्री ने स्थानीय लोगों से बातचीत की और राहत और बचाव कार्यों का भी जायजा लिया।