आज देश में बढ़ती जनसंख्या को काबू करना एक चुनौती बन गया है। सरकार बढ़ती जनसंख्या को लेकर देश भर में कई अभियान चला रही है। देश में बढ़ती जनसंख्या के कारण भूखमरी और कुपोषण की समस्या उत्पन हो चुकी।
आज देश में ७५ फीसदी से ज्यादा आबादी गरीब है और आजीविका के लिए कृषि एवं अन्य प्राकृतिक संसाधनों पर निर्भर होने के कारण खाद्य असुरक्षा का शिकार है। आपको ये जान कर आश्चरय होगा कि देश में करीब २० करोड़ लोग हर रोज खाली पेट सोने को मजबूर हैं।
आज देशभर में विश्व खाद्य दिवस के मौके पर कई कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस मौके पर देश में लोगों को भूखमरी और कुपोषण जैसे चीजों से अवगत कराया जा रहा है। इसके साथ ही लोगों को कई जगह खाद्य सुरक्षा और जरुरती भोजन का इस्तमाल करने पर जोर दिया जा रहा है। इसके साथ ही इस मौके पर लोगों को पोष्टीक और जरुरतीय भोजन को मुहया कराने पर भी जोर दिया गया।
वहीं इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) ने विश्व खाद्य दिवस के अवसर पर नारा दिया है -'प्रवासियों का भविष्य बदलें, खाद्य सुरक्षा और ग्रामीण विकास में निवेश करें।